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Constipation ke liye Ayurvedic Upay – बिना दवाई के पेट साफ

आयुर्वेदिक उपायों के साथ योग करता व्यक्ति - त्रिफला, अंजीर और गुनगुना पानी के साथ


आजकल की तेज़ रफ़्तार ज़िंदगी और असंतुलित जीवनशैली की वजह से कब्ज (constipation) एक आम समस्या बन गई है। यदि सुबह पेट अच्छे से साफ़ न हो तो दिनभर थकान, गैस, चिड़चिड़ापन और अपच जैसी समस्याएं बनी रहती हैं। लेकिन अच्छी बात ये है कि आयुर्वेद में इसके लिए कई असरदार उपाय मौजूद हैं, वो भी बिना किसी दवाई के।

कब्ज के सामान्य कारण

  • फाइबर की कमी वाली डाइट
  • पानी कम पीना
  • तनाव और मानसिक दबाव
  • शारीरिक गतिविधि की कमी
  • नींद का अभाव

1. त्रिफला चूर्ण (Triphala Churna)

त्रिफला चूर्ण आयुर्वेद का सबसे प्रसिद्ध और प्रभावशाली उपाय है कब्ज दूर करने के लिए। इसमें हरड़, बहेड़ा और आंवला होते हैं जो पाचन तंत्र को संतुलित करते हैं।

उपयोग का तरीका: रात को सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लें।

2. गुनगुना पानी और नींबू

सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में नींबू और शहद मिलाकर पीना पेट की सफाई के लिए बेहद असरदार होता है।

फायदे: यह शरीर को detox करता है और आंतों की गति को सुधारता है।

3. इसबगोल (Isabgol)

इसबगोल प्राकृतिक फाइबर से भरपूर होता है जो मल को नरम करता है और आसानी से बाहर निकालने में मदद करता है।

कैसे लें: 1 चम्मच इसबगोल दही या गुनगुने पानी में मिलाकर रात को सोने से पहले लें।

4. अंजीर और मुनक्का

सूखे अंजीर और मुनक्का को रातभर पानी में भिगो दें और सुबह खाली पेट खाएं। ये प्राकृतिक laxative की तरह काम करते हैं।

5. तिल और अरंडी का तेल (Castor Oil)

1 चम्मच अरंडी का तेल गर्म पानी या दूध के साथ लेने से भी कब्ज दूर होती है। लेकिन इसे सप्ताह में 1–2 बार से अधिक नहीं लेना चाहिए।

6. आयुर्वेदिक चूर्ण या Tablet

कुछ प्रसिद्ध आयुर्वेदिक विकल्प हैं: त्रिफला टेबलेट, अभयारिष्ट, गंधर्व हरीतकी, विरेचन चूर्ण। किसी वैद्य से सलाह लेकर सेवन करें।

7. जीवनशैली में बदलाव

  • सुबह उठते ही एक लीटर गुनगुना पानी पीना
  • हर दिन कम से कम 30 मिनट टहलना या योग करना
  • रात को देर तक न जागें और समय पर सोएं
  • फास्ट फूड, चाय-कॉफी का सेवन सीमित करें

8. योग और आसन

पाचन सुधारने वाले कुछ योगासन हैं:

  • पवनमुक्तासन
  • भुजंगासन
  • वज्रासन (भोजन के बाद)

9. कब्ज से जुड़ी सावधानियां

  • कब्ज को कभी नजरअंदाज न करें, यह गंभीर बीमारियों की जड़ हो सकता है
  • बार-बार दवा लेने की बजाय प्राकृतिक उपाय अपनाएं
  • बच्चों और गर्भवती महिलाओं को बिना वैद्य सलाह के कोई उपाय न दें

निष्कर्ष

कब्ज एक सामान्य लेकिन परेशान करने वाली स्थिति है जिसे आप नियमित दिनचर्या, संतुलित आहार और आयुर्वेदिक उपायों से पूरी तरह नियंत्रित कर सकते हैं। यह न केवल आपकी पाचन शक्ति को बेहतर बनाता है, बल्कि पूरे शरीर की ऊर्जा को भी बढ़ाता है।

नोट: अगर कब्ज लंबे समय तक बनी रहती है, तो किसी योग्य आयुर्वेदाचार्य से संपर्क अवश्य करें।

पेट की सफाई, शुद्ध जीवन का पहला कदम है। – आयुर्वेद