![]() |
घर पर इम्यूनिटी कैसे बढ़ाएं: 7 असरदार घरेलू उपाय, जिनमें शामिल हैं योग, हर्बल आहार, नींद, जल सेवन और मानसिक स्वास्थ्य। |
1. हल्दी वाला दूध (Golden Milk)
हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत करता है। आयुर्वेद में हल्दी को औषधीय गुणों का भंडार माना गया है। रात को सोने से पहले गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पीने से शरीर विषैले तत्वों से मुक्त होता है और इम्यून सेल्स सक्रिय रहते हैं।
2. तुलसी और अदरक की चाय
तुलसी, अदरक, काली मिर्च और दालचीनी से बनी हर्बल चाय न केवल शरीर को डिटॉक्स करती है, बल्कि सर्दी-जुकाम और अन्य वायरल संक्रमणों से लड़ने में भी मदद करती है। यह चाय सुबह खाली पेट पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है और पाचन तंत्र भी दुरुस्त रहता है।
3. प्राणायाम और योग
योग और प्राणायाम का नियमित अभ्यास शरीर और मन दोनों के लिए लाभकारी है। अनुलोम-विलोम, भ्रामरी और कपालभाति जैसे प्राणायाम श्वसन प्रणाली को साफ़ रखते हैं और ऑक्सीजन की आपूर्ति को बेहतर बनाते हैं। योगासन जैसे भुजंगासन, बालासन और ताड़ासन शरीर में ऊर्जा का संचार करते हैं, तनाव को कम करते हैं और इम्यून सिस्टम को संतुलित रखते हैं।
4. अच्छी नींद लेना
नींद की गुणवत्ता और उसकी अवधि का सीधा संबंध हमारी इम्यूनिटी से है। एक वयस्क को प्रतिदिन कम से कम 7-8 घंटे की गहरी नींद लेना चाहिए। नींद के दौरान शरीर की मरम्मत होती है, हॉर्मोन बैलेंस होते हैं और इम्यून सेल्स सक्रिय रूप से कार्य करते हैं। नींद की कमी से शरीर संक्रमण के प्रति संवेदनशील हो जाता है।
5. मौसमी फल और सब्ज़ियाँ
प्राकृतिक रूप से मिलने वाले विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर मौसमी फल और सब्जियाँ हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। विटामिन C युक्त फल जैसे आंवला, संतरा, नींबू और सब्जियाँ जैसे पालक, मेथी, टमाटर आदि इम्यून सिस्टम को सक्रिय बनाए रखते हैं। साथ ही, इनसे शरीर को जरूरी फाइबर, फाइटोन्यूट्रिएंट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स मिलते हैं।
6. धूप में बैठना (Vitamin D)
विटामिन D, जिसे 'सनशाइन विटामिन' भी कहा जाता है, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रतिदिन सुबह 7 से 9 बजे के बीच 15–20 मिनट तक धूप में बैठना शरीर को पर्याप्त विटामिन D प्रदान करता है। यह हड्डियों को भी मजबूत बनाता है और मूड को बेहतर करता है।
7. तनाव को कम करना
लंबे समय तक बना रहने वाला तनाव शरीर की इम्यून प्रतिक्रिया को कमज़ोर करता है। क्रॉनिक स्ट्रेस शरीर में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ा देता है जिससे इम्यून सेल्स की कार्यक्षमता प्रभावित होती है। ध्यान, संगीत, प्रकृति में समय बिताना, योग nidra, गहरी साँस लेना जैसी तकनीकें तनाव को नियंत्रित करने में बेहद असरदार हैं।
8. पर्याप्त जल सेवन
शरीर को हाइड्रेटेड रखना इम्यून सिस्टम की बुनियादी जरूरतों में से एक है। पानी शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है और कोशिकाओं को सक्रिय बनाए रखता है। रोज़ाना 2.5–3 लीटर पानी पीना चाहिए। साथ ही नींबू पानी, नारियल पानी जैसे विकल्प भी लिए जा सकते हैं।
9. मसाले और औषधियाँ
भारतीय रसोई में मौजूद मसाले जैसे काली मिर्च, दालचीनी, लौंग, जीरा और सौंठ इम्यूनिटी बूस्टर्स की तरह काम करते हैं। ये ना केवल भोजन को स्वादिष्ट बनाते हैं, बल्कि एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुणों से भरपूर होते हैं। त्रिकटु चूर्ण (सौंठ, मिर्च, पिपली) भी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक है।
10. सकारात्मक सोच और मानसिक स्वास्थ्य
सकारात्मक सोच और भावनात्मक स्थिरता भी इम्यून सिस्टम को प्रभावित करते हैं। जो लोग अधिक सकारात्मक रहते हैं, उनमें बीमारियों से लड़ने की क्षमता अधिक होती है। आत्मविश्वास बढ़ाने वाले काम करना, परिवार के साथ समय बिताना, और सोशल कनेक्शन बनाए रखना मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है और शरीर को भीतर से मज़बूत करता है।
Social Plugin